भारत में मिला Monkey Pox का पहला संदिग्ध
Monkey Pox का भारत में पहला मामला सामने आया
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 8 सितंबर को एक व्यक्ति एक ऐसे देश से भारत आया है जहां पहले से ही Monkey Pox बहुत तेजी से फैल रहा है।
इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले से ही उस व्यक्ति को एक अस्पताल में आइसोलेट कर दिया था और उसके सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए थे। अब उन रिपोर्ट्स में उसका Monkey Pox पॉजिटिव पाया गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वह व्यक्ति अभी स्थिर अवस्था में है लेकिन उसे कुछ समय के लिए आइसोलेट किया गया है।
इस मामले के आने के बाद भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग और ज्यादा हरकत में आ गया है।
भारत के स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की पुष्टि की है और सभी से सतर्क रहने के लिए आग्रह किया है।
क्या होते हैं Monkey Pox के लक्षण ?
मंकीपॉक्स (Monkey pox) के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 5 से 21 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं।
इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार – 101°F (38.5°C) से अधिक।
- सिरदर्द – तेज सिरदर्द या भारीपन।
- थकान और कमजोरी – शरीर में अत्यधिक थकान महसूस होना।
- मांसपेशियों में दर्द – शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द।
- पीठ दर्द – कमर और रीढ़ की हड्डी में दर्द।
- सूजी हुई लिम्फ नोड्स – गर्दन, अंडरआर्म्स या जांघों में सूजन।
- चमड़ी पर चकत्ते – चेहरे से शुरू होकर शरीर के बाकी हिस्सों में फैलने वाले दाने। यह हाथों, पैरों, और चेहरे पर होते हैं और फिर पूरे शरीर में फैल सकते हैं। ये दाने पहले लाल होते हैं, फिर पुटिकाएं बन जाती हैं, जो बाद में फफोले बन जाती हैं।
ये लक्षण कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक रह सकते हैं।
Monkey Pox से बचने के लिए उपाय :
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें – Monkey Pox एक संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से फैलता है, इसलिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें – नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें, खासकर उन सतहों को छूने के बाद जो संक्रमित हो सकती हैं।
- चेहरे को न छुएं – अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें क्योंकि वायरस इन क्षेत्रों के माध्यम से प्रवेश कर सकता है।
- संक्रमित जानवरों से दूरी – बंदर, गिलहरी और अन्य जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखें, क्योंकि Monkey Pox जानवरों से भी फैल सकता है।
- रोगियों के उपयोग की वस्तुओं से बचें – संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर, और अन्य व्यक्तिगत वस्तुओं से संपर्क से बचें।
- स्वास्थ्य कर्मियों से सलाह लें – यदि Monkey Pox के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें और आइसोलेशन में रहें।
- टीकाकरण – Monkey Pox के लिए कुछ क्षेत्रों में उपलब्ध टीकाएं भी हैं। जोखिम वाले व्यक्तियों को यह टीका लगवाने की सलाह दी जा सकती है।
ये सावधानियां संक्रमण के जोखिम को कम कर सकती हैं।
कैसे फैलता है Monkey Pox ?
Monkey Pox वायरस एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है जो Orthopoxvirus परिवार से संबंधित है। यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों से या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।
Monkey Pox निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है:
- संक्रमित जानवरों से: Monkey Pox का मुख्य स्रोत संक्रमित जंगली जानवर (जैसे बंदर, गिलहरी, चूहे आदि) होते हैं
- संक्रमित जानवर के काटने, उसके शरीर के तरल पदार्थ या उसके मांस के संपर्क में आने से वायरस फैल सकता है।
- संक्रमित व्यक्ति से संपर्क: Monkey Pox एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है, खासकर:
- त्वचा के सीधे संपर्क से, जैसे कि चकत्तों या फफोलों से।
- शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने से।
- सांस के जरिए (लंबे समय तक आमने-सामने रहने से), हालांकि यह कम सामान्य होता है।
- संक्रमित वस्त्र या बिस्तर के संपर्क में आने से।
4. सतहों के माध्यम से: जिन सतहों पर संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ लगे हों, उनसे भी वायरस फैल सकता है।
5. बिना पके मांस का सेवन: संक्रमित जानवरों के बिना पके या कम पके मांस के सेवन से भी संक्रमण हो सकता है।
Monkey Pox का प्रसार आमतौर पर सीमित रहता है, लेकिन घनिष्ठ संपर्क के माध्यम से इसका प्रसार होने की संभावना रहती है।
Post Comment Cancel reply